देहरादून। उत्तराखंड में 28 जनवरी से 14 फरवरी 2025 तक आयोजित होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेल ग्रीन गेम्स की थीम पर आयोजित होंगे। इन खेलों के माध्यम से प्रदेश खेल भूमि के रूप में स्थापित होगा। सोमवार को तैयारियों के संबंध में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह बात कही। उन्होंने सभी तैयारियां गुणवत्ता के साथ समय से पूरी करने के निर्देश दिए।
रायपुर स्थित राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राष्ट्रीय खेल का आयोजन प्रदेश के लिए न केवल गौरव का विषय है, बल्कि यह प्रदेश की खेल संस्कृति और विकास को प्रोत्साहन देने का भी महत्वपूर्ण अवसर है। राष्ट्रीय खेल उत्तराखण्ड को खेल भूमि के रूप में भी स्थापित करेंगे। इस अवसर पर खेल मंत्री रेखा आर्या, विधायक उमेश शर्मा काऊ, अवस्थापना अनुश्रवण परिषद् के उपाध्यक्ष विश्वास डाबर, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आंनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, श्री एल फैनई, विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष और वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी मौजूद रहे।
सीएम धामी ने दिए व्यवस्थाएं बनाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने सभी खिलाड़ियों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने, सफल आयोजन के लिए प्रत्येक विभाग से एक नोडल अधिकारी तैनात करने, खिलाड़ियों के ठहरने, खान-पान, परिवहन व आयोजन स्थल तक पहुंचने की सभी सुविधाओं के प्रबंधन और निगरानी की समुचित व्यवस्था करने, भोजन की गुणवत्ता और पौष्टिकता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव रोजाना करें तैयारियों की समीक्षा
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को सभी व्यवस्थाओं की प्रत्येक दिन समीक्षा करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि वह स्वयं व खेल मंत्री भी समय-समय पर तैयारियों की समीक्षा करेंगें और विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। उन्होंने सभी स्पोर्ट्स उपकरण खरीदते समय उनकी गुणवत्ता और मानकों का पूरा ध्यान रखने को भी कहा।
मुख्यमंत्री ने सभी आयोजन स्थलों पर चिकित्सा सुविधाओं का पुख्ता इंतजाम करने, खेलों के दौरान किसी भी आपातकालीन स्थिति का सामना करने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करने, आयोजन स्थलों पर सुरक्षा के दृष्टिगत सीसीटीवी कैमरों और सिक्योरिटी की पर्याप्त व्यवस्था करने को भी कहा।
ग्रीन गेम्स की थीम पर करें आयोजन
मुख्यमंत्री ने आयोजन स्थलों पर पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान रखने, प्लास्टिक के उपयोग को सीमित करने के लिए सख्त कदम उठाने, राष्ट्रीय खेलों का आयोजन ग्रीन गेम्स की थीम पर करने, खिलाड़ियों, ऑफिशयल्स व दर्शकों के लिए पेयजल एवं शौचालय की उचित व साफ-सुथरी व्यवस्था करने और सभी विभागों को पूरे समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आयोजन को सफल बनाने में जिलाधिकारियों की भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल आयोजन स्थलों पर सभी संबंधित विभाग अपनी जिम्मेदारी के साथ व्यवस्थाओं को बेहतर बनायेंगे। सड़क कनेक्टिविटी, स्वच्छता और खेलों के लिए सभी बेहतर व्यवस्थाओं पर उन्होंने विशेष बल दिया। राष्ट्रीय खेलों के दृष्टिगत फायर सेफ्टी ऑडिट के भी निर्देश दिए।
तैयारियों से भारतीय ओलंपिक संघ संतुष्ट
भारतीय ओलंपिक संघ से 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए बनाई गई गेम्स टेक्निकल कंडक्ट कमेटी की अध्यक्ष सुनैना कुमारी ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों के लिए उत्तराखण्ड में तैयारियां बेहतर ढंग से हो रही हैं। अवस्थापना सुविधाओं का तेजी से विकास हो रहा है। कमेटी के सदस्य दिग्विजय सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड में इन्फ्रास्टक्चर के क्षेत्र में भी बहुत अच्छा कार्य हुआ है। खेलों के आयोजन के लिए तैयारियां भी ठीक ढंग से चल रही हैं।
आयोजन से पहले हर स्टेडियम का होगा ट्रायल
दिग्विजय सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों के आयोजन से पहले हर स्टेडियम का ट्रायल होगा। उसके बाद ही सभी खेल सफलतापूर्वक संपन्न हो सकेंगे। इस अवसर पर गुजरात एवं गोवा में आयोजित राष्ट्रीय खेलों के अनुभवों को भी वहां के अधिकारियों ने साझा किया। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने तीरंदाजी के खिलाडियों से भेंट की और खुद भी तीरंदाजी में प्रतिभाग कर खिलाडियों का उत्साह बढाया।