मुंबई। विश्व कप 2023 के पहले सेमीफाइनल में भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर शानदार ढंग से फाइनल में जगह बनाई। विराट और श्रेयस की शतकीय पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने भले ही 398 रनों का बड़ा टारगेट दिया लेकिन न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने बीच-बीच में शानदार साझेदारियां कर भारतीय टीम और समर्थकों की सांसें रोके रखी। न्यूजीलैंड के डेरेल मिचेल ने बेहतरीन शतक जडकर एक छोर से जीत की उम्मीदों को जिंदा रखा लेकिन उनके साथ कोई बल्लेबाज लंबी पारी नहीं खेल सका। अंत में न्यूजीलैंड की पूरी टीम 49वें ओवर में 327 रन बनाकर ऑल आउट हो गई और 70 रन से मुकाबला हार गई। मोहम्मद शामी ने जादुई गेंदबाजी करते हुए सात विकेट चटकाए।
बुधवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। रोहित और शुभमन ने एक बार फिर टीम को तेजतर्रार शुरूआत दिलाई और 8.1 ओवर में 71 रन जोड़े। इसी स्कोर पर रोहित 29 गेंदों में 47 रन बनाकर आउट हो गए। उन्होंने चार चौके और चार छक्के लगाए। इसके बाद गिल और विराट ने उसी तेजी से रन बटोरे। हालांकि मांसपेशियों में खिंचाव के चलते गिल को रिटायर्ड हर्ट होना पड़ा। कोहली ने इसके बाद श्रेयस के साथ भारतीय टीम का स्कोर 327 रन तक पहुंचाया। इस दौरान उन्होंने प्रतियोगिता का अपना तीसरा और कुल अंतरराष्ट्रीय वनडे करियर का 50वां शतक ठोका। कोहली 113 गेंदों में 117 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने नौ चौके और दो छक्के जड़े।
अंत के ओवरों में श्रेयस और केएल राहुल ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। श्रेयस 70 गेंदों में चार चौकों और आठ छक्कों की मदद से 105 रन बनाकर आउट हुए। अंतिम ओवर में शुभमन दोबारा बल्लेबाजी करने के लिए उतरे और 66 गेंदों में 80 रन बनाकर नाबाद लौटे। उन्होंने आठ चौके और तीन छक्के लगाए। वहीं, राहुल ने 20 गेंदों में नाबाद 39 रन बनाए। उन्होंने पांच चौके और दो छक्के लगाए। भारतीय टीम ने निर्धारित 50 ओवर में चार विकेट खोकर 397 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। न्यूजीलैंड के लिए सेंटनर के अलावा सभी गेंदबाज महंगे साबित हुए। टिम साउदी ने तीन विकेट चटकाए लेकिन इसके लिए उन्होंने 10 ओवर में 100 रन दिए। ट्रेंट बोल्ट ने 10 ओवर में 86 रन देकर एक विकेट लिया।
बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम ने छठवें ओवर की पहली गेंद पर ओपनर डेवन कॉन्वे का विकेट खो दिया। शामी की गेंद पर राहुल ने विकेट के पीछे कॉन्वे का शानदार कैच पकड़ा। इसके बाद उन्होंने रचिन रविंद्र को भी राहुल के हाथों कैच करवाया। कॉन्वे और रविंद्र दोनों ने 13-13 रन बनाए। इसके बाद कप्तान विलियमसन और डेरन मिचेल ने 32.2 ओवर में टीम का स्कोर 220 तक पहुंचा दिया। दोनों बल्लेबाज जब तक क्रीज पर थे, भारतीय टीम और समर्थकों की सांसें अटकी रही। विलियमसन 73 गेंद में 69 रन बनाकर आउट हुए। शामी की गेंद पर सूर्यकुमार यादव ने बाउंड्री पर उनका कैच लपका। शामी ने उसी ओवर में लाथम को भी एलबीडब्ल्यू आउट कर भारतीय टीम की मैच में वापसी करा दी। मिचेल और ग्लेन फिलिप्स ने 75 रनों की साझेदारी कर संघर्ष जारी रखा। बुमराह की गेंद पर जड़ेजा ने फिलिप्स का कैच लपककर इस साझेदारी को तोड़ा। मिचेल छक्का मारने के प्रयास में शामी की गेंद पर बाउंड्री पर जड़ेजा को कैच दे बैठे। शामी ने इस मुकाबले में 57 रन देकर सात विकेट चटकाए। यह विश्व कप इतिहास में भारतीय गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले आशीष नेहरा ने इंग्लैंड के खिलाफ छह विकेट चटकाए थे। केएल राहुल ने चार और रविंद्र जड़ेजा ने तीन कैच पकड़े।
शामी के विश्व कप में सबसे तेज 50 विकेट
मोहम्मद शामी ने 17वीं पारी में 50 विकेट पूरे किए। वह मौजूदा विश्व कप में सबसे ज्यादा तीन बार एक पारी में पांच विकेट चटका चुके हैं। विश्व कप इतिहास में वह सबसे अधिक चार बार एक पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा कर चुके हैं। वह विश्व कप में सबसे कम पारियों में 50 विकेट पूरे करने वाले गेंदबाज बने। वहीं, मौजूदा विश्व कप में वह सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज भी बन गए हैं। यह किसी भी भारतीय गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है। वह वनडे में सात विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बने। साथ ही वह एक विश्व कप में सबसे ज्यादा 23 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बने। उन्होंने जहीर खान के वर्ष 2011 के 22 विकेटों का रिकॉर्ड तोड़ा।