Category: ब्लॉग

सीसी राज में जकडा मिस्र

श्रुति व्यास मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी को चुनावों की जल्दी हैं। इसलिए क्योंकि वे जानते हैं कि वे बिना किसी मुकाबले के फिर जीतेंगे। तीसरे कार्यकाल याकि सन् 2030 तक मजे से सत्ता में बने रहने के लिए। सीसी तानाशाह है। वेसन् 2013 में सैन्य तख्तापलट के जरिए सत्ता पर काबिज हुए थे। […]

जाति गणना से नीतीश को फायदा

बिहार में जातिगत सर्वेक्षण के आंकड़े जारी कर दिए गए हैं। हालांकि इससे जुड़ा मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है लेकिन चूंकि आंकड़े जारी करने पर कोई रोक नहीं थी तो सरकार ने इसे जारी कर दिया। इसके मुताबिक बिहार में पिछड़ों की आबादी 63 फीसदी है, जिसमें 36 पिछड़ी अत्यंत पिछड़े हैं और […]

एक साथ चुनाव का बनता फॉर्मूला

अजीत द्विवेदी एक देश, एक चुनाव की चर्चा धीरे धीरे जोर पकड़ रही है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली कमेटी की पहली बैठक में तय किया गया कि एक देश, एक चुनाव के सवाल पर राजनीतिक दलों की राय ली जाएगी और विधि आयोग को भी बुला कर इस बारे में बातचीत होगी। […]

चुनाव के सीजन में विश्व कप क्रिकेट

भारत में चुनावों का सीजन शुरू होने वाला है। चुनाव आयोग किसी भी समय पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की घोषणा कर सकता है। पांच राज्यों के चुनाव खत्म होने के साथ ही लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो जाएंगी। उससे पहले अक्टूबर-नवंबर में पांच राज्यों के चुनाव होंगे और चुनावों के बीच विश्व कप […]

पितृपक्ष में क्या करेंगी पार्टियां?

श्राद्ध का समय शुरू हो गया है। अगले 15 दिन तक हिंदू मान्यता के हिसाब से कोई शुभ काम नहीं होगा और न कोई नया काम शुरू किया जाएगा। तभी सभी पार्टियों के नेता इस दुविधा में पड़े हैं कि अगले 15 दिन में उम्मीदवारों की सूची घोषित हो या नहीं। ध्यान रहे चुनाव आयोग […]

अमेरिका खेलेगा कश्मीर कार्ड

उचित ही यह सवाल उठाया गया है कि डॉनल्ड ब्लोम का पीओके जाना और उस क्षेत्र को पाकिस्तान की भाषा के अनुकूल संबोधित करना क्या कोई सामान्य घटना है, या इसके जरिए अमेरिका ने भारत को कोई संदेश देने की कोशिश की है? भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने कश्मीर मसले पर टिप्पणी […]

एक और राष्ट्रीय शर्म

पिछड़े राज्यों से बच्चों की तस्करी कर उन्हें ऐसे राज्यों में बेच दिया जाता है, जहां उनका इस्तेमाल छोटे-मोटे उद्योगों या घरेलू काम के लिए किया जा सके। कई बार तस्कर बच्चों को ऐसे गैंग को भी बेच देते हैं जो भीख मांगने जैसे वाले रैकेट चलाते हैं। बात राष्ट्रीय राजधानी की है, जो देश […]

अजरबैजान ने मौके का फायदा उठाया

श्रुति व्यास कत्लेआम तो टल गया लेकिन उसने बड़े पैमाने पर पलायन का स्वरुप ले लिया। पिछले हफ्ते अजऱबैजान ने अपनी ही नागोर्नो-काराबाख़ पर सैन्य आक्रमण किया जिसमें केवल एक दिन में 200 से अधिक लोग मारे गए। लेकिन अगले दिन ही युद्धविराम कायम हो गया और क्षेत्र में सक्रिय अर्मेनियाई अलगवावादी आत्समर्पण करने और […]

Medical PG : शून्य अंक में एडमिशन मिलेगा तो प्रवेश परीक्षा का क्या औचित्य रह जाएगा!

अजीत द्विवेदी वैसे तो पिछले कुछ समय से जीवन के हर क्षेत्र में गिरावट आ रही है। हर चीज की गुणवत्ता खराब हो रही है। हवा-पानी से लेकर खाने-पीने की चीजों और कला, साहित्य, फिल्मों से लेकर राजनीति तक की गुणवत्ता निम्नतम स्तर की ओर बढ़ रही है। लेकिन सर्वाधिक गिरावट शिक्षा के क्षेत्र में […]

समान नागरिक संहिता पर क्या हो रहा है?

क्या केंद्र सरकार जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई कमेटी की सिफारिशों के आधार पर देश में समान नागरिक कानून लागू करेगी? इस मामले की क्रोनोलॉजी देख कर ऐसा लग रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 जून को भोपाल में एक कार्यक्रम में समान नागरिक संहिता की वकालत की, जिसके तेजी से घटनाक्रम शुरू हुआ। एक […]

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