मसूरी। मसूरी का प्रसिद्ध कंपनी गार्डन अब “अटल उद्यान पार्क” के नाम से जाना जाएगा। बृहस्पतिवार को नगर पालिका परिषद ने पार्क के नए नाम का उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किया। अध्यक्षता करते हुए कैबिनेट मंत्री व स्थानीय विधायक गणेश जोशी और मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने पार्क के नए नाम का उद्घाटन किया।
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई को नमन करते हुए कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि राज्य निर्माण में भी उनकी अहम भूमिका रही। उनका मसूरी से विशेष लगाव था। आज इस पार्क का नामकरण उस शख्सियत के नाम पर किया गया है। उन्होंने कहा कि आज का दिन इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। 1850 में जब नगर पालिका मसूरी की स्थापना की गई तब से मसूरी की ख्याति विश्व में रही है। इसी के क्रम में कंपनी गार्डन देश विदेश के पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। उन्होंने कहा कि यह उद्यान जो पूर्व में म्युनिसिपल गार्डन के नाम से भी जाना जाता था, जो कंपनी शब्द के कारण आंग्ल भाषा का बोध कराता था, वह अब अजातशत्रु नाम से विश्वविख्यात हमारे लोकप्रिय नेता भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के नाम से जाना जाएगा।
उन्होंने कहा कि शीघ्र ही एक सप्ताह के भीतर इस अटल उद्यान में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्ति स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि मसूरी को पर्वतों की रानी भी कहा जाता है। मसूरी गंगोत्री का प्रवेश द्वार भी है और दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश के निवासियों के लिए यह लोकप्रिय ग्रीष्मकालीन पर्यटन स्थल है। पार्क के नामकरण पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं भी दीं।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल ने मसूरी वासियों को पार्क ने नए नामकरण की बधाई देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के उत्तराखण्ड को अलग राज्य बनाने में योगदान का स्मरण भी किया। मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की देन है, कि आज हम अलग उत्तराखंड राज्य में रह रहे हैं और अंग्रेजों के जमाने में रखा गया कंपनी गार्डन नाम आज से अटल उद्यान के नाम से जाना जाएगा। इस अवसर पर मोहन पेटवाल, सतीश ढौंडियाल, रूप सिंह कठैत, रजत अग्रवाल सहित कई लोग उपस्थित रहे।