देहरादून। उत्तराखंड ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उत्तराखंड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी सूर्य घर योजना के लिए जमा हुए आवेदनों के डिस्पोजल रेट में पूरे देश में पहले नंबर पर पहुंचने का गौरव हासिल किया है। मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना की गाइडलाइन में हुए संशोधन के बाद इस योजना के प्रति लोगों में रूचि बढ़ी है। योजना के तहत प्रदेशभर में 174 मेगावाट की परियोजनाओं पर काम चल रहा है।
जानकारी देते हुए सचिव डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया है कि योजना के तहत टिहरी, उत्तरकाशी और चम्पावत में बहुत अच्छा काम चल रहा है। मोरी तहसील के कुकरेड़ा गांव में सोलर के साथ अदरक की खेती का काम भी हो रहा है। वहां लोग इसके जरिये एक ही भूमि का दो तरीके से सदुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत आवेदनों के डिस्पोजल रेट के हिसाब से उत्तराखण्ड देश में पहले नम्बर पर है। इस योजना में भी राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि योजना में राज्य सरकार भी सब्सिडी दे रही है। अगले दो-तीन साल में राज्य के सभी शासकीय भवनों में सोलर रूफ टॉप लगाये जायेंगे।
उन्होंने बताया कि राज्य में स्मॉल हाईड्रो पॉवर पॉलिसी भी संशोधित की गई है, इसके तहत छह प्रोजेक्ट में निविदा की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त कुल 19 प्रोजेक्ट और पाइपलाइन में हैं। उन्होंने बताया कि इन्वेस्टर समिट के दौरान भी स्मॉल हाइड्रो प्रोजेक्ट को लेकर कंपनियों ने रूचि दिखाई गई है।
राज्य में पंप्ड स्टोरेज प्लांट पालिसी भी बनाई गई है। इसमें इन्वेस्टर समिट के अंतर्गत दिल्ली में हुए रोड शो में जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने अपनी रूचि दिखाई थी। कंपनी ने उस समय 15 हजार करोड़ का एमओयू हस्ताक्षरित किया था, जिसमें से आठ हजार करोड़ के इन्वेस्टमेंट प्रपोजल की फ़ाइल स्वीकृति हो चुकी है। बहुत ही जल्द उसके अलॉटमेंट आर्डर एक समारोह में प्रदान किए जाएंगे। यह प्रोजेक्ट अल्मोड़ा में प्रस्तावित है। इसके अलावा अन्य कंपनियों ने भी पंप्ड स्टोरेज प्लांट में रूचि दिखाई है।
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना और मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना, राज्य में ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। सौर ऊर्जा के माध्यम से न केवल राज्य के दूर-दराज के क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी, बल्कि युवाओं और ग्रामीणों को अपने गांवों में रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं। यह पहल स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
पुष्कर सिंह धामी
मुख्यमंत्री, उत्तराखंड