देहरादून। अयोध्या धाम में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले इस वक्त दुनियाभर में राम नाम की गूंज है। इस बीच सभी रामभक्तों की जुबान पर एक ही गीत है। श्रीराम एंथम के रूप में वायरल हो रहे इस गीत का उत्तराखंड से गहरा नाता है। इस गीत को लिखा है उत्तराखंड की बेटी प्रसिद्ध लेखिका डा. प्राची कंडवाल ने और सुरों से सजाया है उत्तराखंड के ही लाल सुप्रसिद्ध गायक जुबिन नौटियाल ने। इस गीत को यूट्यूब पर अब तक हजारों लोग देख और पसंद कर चुके हैं।
पेशे से डॉक्टर प्राची कंडवाल की पहचान एक उत्कृष्ट लेखिका और कवियत्री के रूप में है। उनकी कविताओं को लोग बहुत पसंद करते हैं। अपनी कविताओं के माध्यम से समाज के शोषित और वंचित वर्ग की आवाज उठाती रहीं हैं। इसके अलावा महिला सशक्तिकरण, बेटी पढ़ाओ-बेटी बढ़ाओ, नशा उन्मूलन का संदेश भी उनकी कविताओं में मिलता है। फेसबुक पर निरावधि नाम से उनका यूट्यूब चैनल भी खासा लोकप्रिय है, जिसमें वह अपनी कविताएं पोस्ट करती हैं। इस वक्त वह श्रीराम एंथम के चलते चर्चा में हैं, जिसकी सराहना मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत कई अन्य गणमान्य लोगों ने की है। वह देहरादून के प्रसिद्ध गेस्ट्रो सर्जन व आरोग्यधाम अस्पताल के एमडी डा. विपुल कंडवाल की धर्मपत्नी हैं। अस्पताल के संचालन का काम वह पिछले कई वर्षों से सफलतापूर्वक कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि गीत के बोल धर्म की शिला पर नए युग का निर्माण है, देश का नहीं ये सारे विश्व का कल्याण है, भक्ति-बलिदान से सिंदूरी है आसमान, बस और कुछ पलों में आ रहे श्रीराम हैं…. श्रीराम के आगमन का शुभ संदेश देते हैं। गायक जुबिन नौटियाल की मखमली आवाज ने इसे और बेहतर बना दिया है। उन्होंने कहा कि श्रीराम मंदिर निर्माण पूरी दुनिया के रामभक्तों को प्रफुल्लित करने वाला पल है। उन्हें खुशी है कि भगवान राम के इस पावन कार्य में उन्होंने भी अपनी कविता के माध्यम से सहयोग दिया है।