देहरादून। इस वर्ष उत्तराखंड का स्थापना दिवस भव्य रूप से मनाया जाएगा। इस मौके पर अलग-अलग वर्गों के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसकी शुरूआत छह नवंबर को नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन से होगी। देवभूमि रजतोत्सव इस वर्ष नौ नवंबर से अगले वर्ष के स्थापना दिवस तक चलेगा, जिसके तहत वर्षभर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे।
बुधवार को राज्य स्थापना के 24 वर्ष पूरे होने और 25वीं रजत जयंती के शुभारंभ पर कार्यक्रम आयोजित करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विशेष निर्देश दिए हैं। बुधवार को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिवालय में अधिकारियों की बैठक लेकर तैयारियों पर चर्चा की।
उन्होंने बताया कि छह नवंबर को नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन में उत्तराखंड मूल के प्रवासी अधिकारियों, कार्मिकों व नागरिकों की भागीदारी से उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके बाद प्रवासी उत्तराखंड सम्मेलन, भव्य खेल एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम, महिला सशक्तिकरण की थीम पर विशेष उत्सव, जरूरतमंदों के लिए बहुद्देश्यीय शिविर, मलिन बस्तियों में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर, दिव्यांगों के लिए विशेष कार्यक्रम, विभिन्न सम्मान व पुरस्कार वितरण कार्यक्रम, राज्य आंदोलनकारियों व शहीदों की गौरवगाथा जैसे कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
उन्होंने राज्य की 24 वर्षों की उपलब्धियों और विकास की संभावनाओं पर स्कूल-कॉलेजों में कार्यक्रम आयोजित करने और उनमें युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सालभर आयोजित होने वाले देवभूमि रजतोत्सव में प्रदेश के सभी वर्गों, विशेषरूप से महिलाओं, स्कूली बच्चों व युवाओं की सहभागिता सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने मंडल और जिलास्तर पर भी स्थापना दिवस को भव्य रूप से मनाने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन, प्रमुख सचिव रमेश कुमार सुधांशु, पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार समेत सभी विभागों के सचिव, अपर सचिव व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।